Thank you for visiting nature.com. You are using a browser version with limited support for CSS. To obtain
the best experience, we recommend you use a more up to date browser (or turn off compatibility mode in
Internet Explorer). In the meantime, to ensure continued support, we are displaying the site without styles
and JavaScript.
जब हम वैज्ञानिकों की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में क्या आता है? टेस्ट ट्यूब, पेट्री डिश, एक पुरानी और ऊब लैब में सफेद लैब कोट? चलिए आपको "वैज्ञानिक और उनके अनोखे कर्मक्षेत्र" की इस पॉडकास्ट श्रृंखला में उन वैज्ञानिकों के जीवन से रूबरू करवाते हैं, जो अनूठे स्थानों पर काम करते हैं - जो पॉपुलर स्टीरियोटाइप्स से दूर हैं। अगले कुछ एपिसोड्स में, हम ऐसे वैज्ञानिकों के साथ आपका परिचय कराएंगे जो अपरम्परागत स्थानों पर काम करते हैं।
होस्ट: सुभ्रा प्रियदर्शिनी, प्रोडक्शन और स्क्रिप्ट: अरोमा वारसी, साउंड एडिटिंग: प्रिंस जॉर्ज
doi: https://doi.org/10.1038/d44151-023-00010-6
Transcript
डार्क स्काई सैंक्चुअरी, जहां प्रकाश प्रदूषण शुन्य के बराबर होता है, इस अन्य किस्म के पर्यटन को बढ़ावा दे सकता है
शहर के जीवन से बहुत दूर, समुद्र तल से लगभग ४५०० मीटर ऊपर, जनवरी की कड़क सर्दी में जब तापमान शुन्य से लगभग २० डिग्री सेल्सियस नीचे चल रहा है,जहां आप केवल तेज हवा या कभी-कभी केवल पक्षियों की आवाज़ ही सुन पाते हैं, और जहां आसमान की सुंदरता से मंत्रमुग्ध हो जाते हैं। आज हम आपको वहीं लदाख के हानले में स्थित खगोल विज्ञान स्टेशन में ले जा रहे हैं।
“वैज्ञानिक और उनके अनोखे कर्मक्षेत्र” में हमारे साथ हैं, इंजीनियर एवं एस्ट्रोफोटोग्राफर दोरजे अंगचुक ।अंगचुक १९९८ से, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, हानले का हिस्सा रहे है। फिर उन्होंने एक दशक बाद अपना कैमरा अंतरिक्ष की ओर कर दिया और खगोल विज्ञान को कुछ प्रसिद्ध और लोकप्रिय चित्र दिए। और इसी कला ने अब उन्हें अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ में मानक सदस्य के रूप में स्थान दिया है।
आइये सुनते हैं दोरजे अंगचुक की तारों भरी दुनिया की अनोखी कहानियां।
(यह एपिसोड DBT Wellcome Trust India Alliance के समर्थन से तैयार किया गया है।)
Never miss an episode: Subscribe to the Nature India Podcast on Apple Podcasts, Google Podcasts, Spotify, Acast or your favourite podcast app. Head here for the Nature India Podcast RSS feed.