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सरिता अहलावत। श्रेय: सोनू गाँधी

ड्रोन ज़्यादातर सैन्य सेवाओं में उपयोग किये जाते हैं, लेकिन अब खोज और बचाव, और मौसम विश्लेषण जैसे विभिन्न कार्यों में इनका उपयोग किया जाने लगा है।

जब हम वैज्ञानिकों की बात करते हैं, तो हमारे दिमाग में क्या आता है? टेस्ट ट्यूब, पेट्री डिश, एक पुरानी और ऊब लैब में सफेद लैब कोट? चलिए आपको "वैज्ञानिक और उनके अनोखे कर्मक्षेत्र" की इस पॉडकास्ट श्रृंखला में उन वैज्ञानिकों के जीवन से रूबरू करवाते हैं, जो अनूठे स्थानों पर काम करते हैं - जो पॉपुलर स्टीरियोटाइप्स से दूर हैं। अगले कुछ एपिसोड्स में, हम ऐसे वैज्ञानिकों के साथ आपका परिचय कराएंगे जो अपरम्परागत स्थानों पर काम करते हैं।

इस एपिसोड में हम सरिता अहलावत से मिलते हैं, जो भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली में इंजीनियरिंग भौतिक विज्ञानियों की एक टीम के साथ ड्रोन्स पर काम करती हैं

होस्ट: सुभ्रा प्रियदर्शिनी, प्रोडक्शन और स्क्रिप्ट: अरोमा वारसी, साउंड एडिटिंग: प्रिंस जॉर्ज